ओठवा से भोर के अवध किरिनिया
कुसमी ललईया मांगे ला
रूप तोहार देखला के बाद
चाँद ना सुनर लागेला
ओठवा से भोर के अवध किरिनिया
हो हो हो
ओठवा से भोर के अवध किरिनिया
कुसमी ललईया मांगे ला
रूप तोहार देखला के बाद
चाँद ना सुनर लागेला पालक न झपके रूप निहारत
गज़ब के सोरहो श्रृंगार बा
ओढ़नी में बा पुरवइया समाइल
देह बसंती बहार बा
देह बसंती बहार बा
हो हो
दुनो जहां बा
हो हो
दुनो नयन में
हो हो हो हो
दुनो जहां बा ,दुनो नयन में
सुतलो पर भी जागेला
रूप तोहार देखला के बाद
चाँद न सुनर लागेला चाँद ना सुनर लागेला
इंद्रधनुष जस लागेला भउहा
बिंदिआ सितारा सामान बा
रूप तोहार भगवान के दिहल
बेशकीमती वरदान बा
बेशकीमती वरदान बा
केशिया से बदरी ,कजरा से रतिया
हो हो हो हो
केशिया से बदरी ,कजरा से रतिया
आठों पहर अनुरागे ला
रूप तोहार देखला के बाद
चाँद ना सुनर लागेला
Comments
Post a Comment
Leave Your Valuable Comment here